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देश के इस शहर में बिल्कुल फ्री हुआ वाय-फाय इंटरनेट

हैदराबाद देश का पहला ऐसा वाय-फाय शहर बन चुका है जहां वाय-फाय इंटरनेट बिल्कुल फ्री में उपलब्ध कराया जा रहा है। तेलंगाना सरकार की ओर से पब्लिक वाई-फाई नाम से यह सेवा टेलीकॉम ऑपरेटर भारती एयरटेल के साथ मिलकर शुरू की है। इसके तहत शहर की 17 जगहों पर बिल्कुल फ्री वाय-फाय इंटरनेट उपलब्ध कराया है। भारती एयरटेल के सीईओ (तेलंगाना और आंध्र प्रदेश) वेंकटेश विजयराघवन के मुताबिक इस सर्विस के तहत हैदराबाद मे 17 जगहों पर प्रत्येक को रोजाना 750 एमबी इंटरनेट डेटा फ्री में इस्तेमाल करने के लिए दिया जा रहा है। इस सर्विस के तहत इंटरनेट की स्पीड 40 एमबीपीएस रखी गई है, लेकिन किसी समय एक साथ इंटरनेट इस्तेमाल कर रहे यूजर्स की संख्या में ईजाफा होने पर इसमें कमी आ सकती है। कंपनी के मुताबिक इन पब्लिक वाय-फाय हॉटस्पॉट्स को मधापुर पुलिस स्टेशन, कोथागुड़ा जंक्शन और रहेजा माइंडस्पेस सर्कल के साइबर टावर्स के बीच में लगाया गया है। इसके तहत लगभग 40 हजार यूजर्स को फायदा पहुंचने वाला है। विजयराघवन ने कहा कि कोई यूजर जिसके पास वैलिड मोबाइल नंबर हैं वो इस सुविधा का लाभ उठा सकता है। इसके यूजर को अपने डिवाइस का वाय-फाय ऑप्शन ऑन करना होगा। जिसके बाद अपना मोबाइल नंबर डालना होगा। उस नंबर पर एसएमएस द्वारा यूजरनेम और वन-टाइम पासवर्ड भेजा जाएगा। इस यूजरनेम और पासवर्ड के द्वारा यूजर फ्री वाय-फाय का फायदा उठा सकते हैं। फिलहाल यह सुविधा प्रजेंटेशन के तौर पर 3 महीने के लिए दी गई है। उसके बाद इसे यूजर्स की प्रतिक्रिया के आधार आगे का फैसला किया जाएगा। तेलंगाना के आईटी मिनिस्टर केटी रामा राव ने कहा है कि हैदराबाद को फुल वाई-फाई सिटी बनाने के सरकार के प्रॉजेक्ट के तहत पूरे शहर में वाय-फाय 4.5 महीने में उपलब्ध करा दिया जाएगा। 

आसान टिप्स से वाय-फाय रेंज दुगुनी-तिगुनी

वाय-फाय एक ऐसा साइंस है जिसे समझना थोड़ा मुश्किल होता है। इसका ठीक से पता भी नहीं लगाया जा सकता कि यह कहीं पर कम तो कहीं पर ज्यादा को रहता है। लेकिन कुछ ऐसे ट्रिक और टिप्स है जिन्हें अपनाकर आप अपने वाय-फाय की रेंज दुगुनी-तिगुनी कर सकते हैं। वाय-फाय के बेहतर कवरेज के लिए राउटर को घर के बीचों-बीच रखें और ध्यान रहे कि इसकी ऊंचाई 6 फीट या इससे ऊपर हो। ऐसा इसलिए करना है क्योंकि वाय-फाय सिग्नल ओमनी - डायरेक्शनल होते हैं और वे ऊपर की बजाए नीचे की तरफ आते हैं। इसके अलावा यदि आपके आपके पास दो एंटेना वाला राउटर है, तो एक को हॉरिजेंटल रखिए और दूसरे को वर्टिकल, यदि वाय-फाय रेंज बढ़ाने में सहायक साबित होगा। अगर उपरोक्त तरीके से फायदा न हो तो वाय-फाय रेंज बढ़ाने के लिए पुराने राउटर्स को वाय-फाय सिग्नल रिपीटर्स के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। वाय-फाय रेंज बढ़ाने के लिए आप किसी इलेक्ट्रिकल आउटलेट में सीधे लगाने के लिए छोटे रिपीटर्स खरीद सकते हैं। डीलिंक और नेटगियर जैसे ब्रांड्स के रिपीटर्स की कीमत करीब 1500 रूपए होती है। रिपीटर को अपने नेटवर्क की सीमा पर लगाएं, ताकि वह वहां से सिग्नल आगे भेज सके। छोटे रिपीटर लगाना बहुत ही आसान होता है। इसमें रिपीटर मोड चुनिए, अपना वाय-फाय नाम और पासवर्ड डालिए और बस हो गया। यदि आपको और ज्यादा वाय-फाय रेंज चाहिए तो और रिपीटर्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।

11 भाषाओं में टाइप कर सकेंगे मोबाइल मैसेज

विफ्टकी एंड्रायड और आईओएस स्मार्टफोन की पॉपुलर कीबोर्ड एप्लीकेशन ऐसी एप्लीकेशन है जिसमें आप अब ग्यारह अन्य भारतीय भाषाओं में भी टाइपिंग कर सकेंगे। स्विफ्टकी एप की मदद से आप अपने फोन में न सिर्फ फास्ट टाइपिंग कर सकते हैं। बल्कि इसमें ऑटोकरेक्शन, इंग्लिश टाइपिंग का फीचर भी दिया गया है। इतना ही नहीं अगर आप लिखें गए मैसेज को सोशन नेटवर्किंग साइटों में शेयर करना चाहते हैं तो उसका ऑप्शन भी दिया गया है। आप ट्विटर में हिन्दी मैसेज भी अपने फोन से टाइप करके ट्विट कर सकते हैं। स्क्रीनशॉट लेने के कुछ आसान तरीके 11 भाषाओं में टाइप कर सकेंगे। मोबाइल मैसे, स्विफ्टी में जो नए भाषाएं जोड़ी गई हैं वे है आसामी, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, तेलगू, उर्दू नेपाली। इसके अलावा कंपनी ने मोबाइल की बोर्ड के लिए कई थीम भी पेश की है जिसे आप जल्दी ही अपने मोबाइल में सेट कर सकेंगे।

एंड्रॉयड लॉलीपॉप के लिए गूगल तैयार

गूगल अपने एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम लॉलीपॉप का 5ण्0 वर्ज़न जारी करेगा। कंपनी ने इसके नए डिज़ाइन और फीचर्स को देखते हुए इसे महत्वपूर्ण कदम बताया है। रिसर्च कंपनी आईडीसी के मुताबिक दुनियाभर के स्मार्टफोन में एंड्रायड की हिस्सेदारी 84ण्7 प्रतिशत है। एंड्रॉयड लॉलीपॉप में गूगल के कई नए फीचर्स लॉन्च किए हैं, नए एंड्रॉयड में लॉक स्क्रीन नोटिफिकेशन का फीचर है जिससे आप नोटिफिकेशन को लॉक स्क्रीन के साथ मर्ज कर सकते हैं और इसके बाद आपको नोटिफिकेशन चेक करने के लिए अपना फोन अनलॉक करने की आवश्यकता नहीं होगी। इंजीनियरिंग प्रमुख हिरोशी लॉकीमर के अनुसार उनकी टीम के कई लक्ष्यों में से एक एंड्रायड को कारोबारी जगत के लिए अधिक आकर्षक बनाना है। नेक्सस 5 और नेक्सस 7 के लिए गूगल सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट किट और सिस्टम इमेज जल्द ही जारी कर देगा ताकि ऐप बनाने वाले इस पर अपने सॉफ्टवेयर टेस्ट कर सकें। जल्द ही नेक्सस 9 की बिक्री शुरू होने के साथ ही एंड्रॉयड लॉलीपॉप आम जनता के लिए उपलब्ध हो जाएगा।

किसी भी नंबर पर कॉल करने से पहले जाने ओनर की डिटेल

अब आप किसी भी नंबर पर कॉल करने से पहले उसके ओनर की डिटेल जान सकते हैं। फोन डायरेक्ट्री एप्लीकेशन ट्रूकॉलर ने अपनी सेवाओं इजाफा करते हुए यह सुविधा दी है। ट्रूकॉलर ने एप को ‘ट्रूडायलर’ नाम से पेश किया है। इससें पहले यह सुविधा सिर्फ इनकमिंग कॉल्स के नंबर के लिए ही थी, लेकिन अब यह सुविधा आउट गोइंग कॉल्स के नंबरों के लिए भी जारी कर दी गई है। ट्रूडायलर कंपनी की नई तकनीक के साथ मिलकर का काम करता है। ट्रूडायलर किसी भी नंबर की जानकारी उसें डायल करने से पहले ही उपलब्ध करा देता है। इसके तहत उस नंबर के ओनर का नाम जानने के साथ-साथ उसकी प्रोफाइल फोटो भी देखी जा सकती है। ट्रूकॉलर के इस एप को गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध कराया गया है जहां से इसे बिल्कुल फ्री में डाउनलोड किया जा सकता है। गौरतलब है कि स्टॉकहोम स्थित इस फर्म के एप को अब तक 200000 यूजर रोजाना ज्वाइन कर रहे हैं। भारत में इसके 40 मिलियन यूजर्स है।