रबिन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय का प्रथम दीक्षान्त समारोह, राज्यपाल माननीय आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में संपन्न
शिक्षा व्यक्ति में प्रतिबद्धता और सामाजिकता को विकसित करती है। राष्ट्रीय हितों एवं मानवता का संवर्धन शिक्षा का मूल उद्देश्य है। शिक्षा वस्तुतः जीवन के सर्वांगीण विकास की व्याख्या करती है। समाज सेवा और सामाजिकता के भाव को विकसित करने में शिक्षा की अहम भूमिका रही है। हमारी प्राचीन परंपरा में शिक्षा को मुक्ति का साधन माना गया है। यह बात रबिन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षान्त समारोह में अध्यक्षता कर रहीं महामहिम राज्यपाल मध्यप्रदेश एवं कुलाध्यक्ष रबिन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय श्रीमती आनंदी बेन पटेल ने कही। उन्होंने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि ये दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय और विद्यार्थियों के लिए अविस्मरणीय पल है जहाँ उनके सपनों को साकार करने का आधार मिलता है। वे अपनी शिक्षा एवं संस्कारों के बल पर नए आदर्श स्थापित करते हुए देश, समाज और विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा बढ़ाएंगे।
रबिन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री संतोष चौबे विशिष्ट अतिथि ने अपने दीक्षान्त भाषण में विश्वविद्यालयों के क्रियाकलापों पर रोशनी डालते हुए विश्वविद्यालयों के उत्कृष्ट सेंटरों के कार्य के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने रविन्द्रनाथ टैगोर की कविता मेरा देश मेरी जन्मभूमि सुनाते हुए अपनी बात समाप्त की। इस मौके पर डॉ। अखिलेश पांडे बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे। इस अवसर पर 10 गोल्ड मैडल, 27 पी-एच.डी। उपाधि, 21 स्नातकोत्तर उपाधि एवं 25 स्नातक उपाधि छात्र-छात्राओं को माननीय कुलाध्यक्ष महोदया ने अपने करकमलों से प्रदान किया। इस मौके पर विश्वविद्यालय ने दो मानद उपाधि म्यांमार देश के भारत में माननीय राजदूत महामहिम श्री मो चाओ आंग एवं सुप्रसिद्ध अभिनेत्री, प्रख्यात रंगकर्मी, लेखिका एवं निर्देशिका श्रीमती ऊषा गांगुली को प्रदान की गई। इस मौके पर दीक्षान्त समारोह की स्मारिका का विमोचन किया गया।
इस मौके पर माननीय कुलपति, प्रो.ए.के। ग्वाल ने स्वागत भाषण देते हुए विश्वविद्यालय का परिचय दिया। प्रो। ग्वाल ने दीक्षान्त प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन कुलसचिव डॉ। विजय सिंह ने किया। इससे पूर्व राज्यपाल महोदया के आगमन पर विश्वविद्यलय के नेवल विंग के एनसीसी कैडेट्स ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। तत्पश्चात् रबिन्द्रनाथ टैगोर जी की प्रतिमा पर वृंदगान के साथ पुष्पांजलि अर्पित की गई। इसके उपरांत दीक्षान्त समारोह की शोभायात्रा निकाली गई। दीक्षान्त समारोह का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और सरस्वती वंदना से हुआ। समारोह का प्रारंभ और समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। महामहिम राज्यपाल महोदया ने रबिन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के लाइब्रेरी एवं कम्प्यूटर सेंटर का उद्घाटन किया। साथ ही एनर्जी पार्क व एनर्जी सेंटर का भी भ्रमण किया। अंत में आभार गवर्निंग बॉडी के सदस्य सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने माना।
गोल्ड मैडल प्राप्त करने वाले विद्यार्थी
मुक्ता सिंह(बैचलर ऑफ एजुकेशन), आमिर खान (बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन), विवेक नायर(बैचलर ऑफ कॉमर्स), एस। नित्या(बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग इन इलेक्ट्रिकल एण्ड इलेक्ट्रानिक्स), धीरज कुमार सिंह(बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन), कविता अहिरवार(बैचलर ऑफ साइंस इन माइक्रो बायोलाजी), धर्मेन्द्र गौतम(बैचलर ऑफ लॉ), भावना गोयल(मास्टर ऑफ एजुकेशन), नेहा झा(मास्टर ऑफ कॉमर्स), संध्या बोपचे(मास्टर ऑफ सोशल वर्क)।