आईसेक्ट
शिक्षा, सशक्तिकरण और उद्यम
यह भारत के सबसे बड़े शिक्षा, कौशल विकास, सेवाओं और ई-गवर्नेंस नेटवर्क का दर्शन है जो 1985 में इसके अध्यक्ष और संस्थापक श्री संतोष चौबे की अग्रणी दृष्टि के तहत स्थापित किया गया था। आईसेक्ट में, निरंतर और अभिनव आईसीटी और कौशल-आधारित पहलों के माध्यम से, हम देश के अब तक अछूते रहे अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में एक समावेशी बदलाव लाने का लक्ष्य रखते हैं।
हमारे पास 27 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों के साथ-साथ जिला, ब्लॉक और पंचायत स्तरों पर 12,000 केंद्रों के नेटवर्क के साथ अखिल भारतीय उपस्थिति है। इसके अतिरिक्त करीब 30 शहरो में क्षेत्रीय दफ्तर भी स्थापित किए गए हैं। अपने विभिन्न कार्यक्रमों, अकादमियों और प्लेटफार्मों के माध्यम से हमने 1.6 मिलियन से अधिक लोगों को प्रशिक्षित किया है, जिसके तहत 12,000 से अधिक ग्रामीण उद्यमियों को भी तैयार किया गया है। इसके अलावा 50,000 से अधिक लोगों के लिए आईसेक्ट नेटवर्क के अंतर्गत रोजगार के अवसर पैदा किए हैं और अभिनव सेवाओं के साथ 3 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन को सशक्त बनाया है। आईसेक्ट ने मल्टी-पर्पस सेंटर मॉडल की भी पहल की है, जिसके चलते 388 से अधिक जिलों, 1,070 ब्लॉकों और 6,000 पंचायतों में मजबूत उपस्थिति दर्ज की गई है। हमारे अद्वितीय व्यवसाय मॉडल को आईआईएम-ए के सहयोग से विश्व बैंक द्वारा आयोजित एक पायलट अध्ययन में "भारत में आईटी की पहुंच बढ़ाने और इसे भारत में लोकप्रिय बनाने का सबसे टिकाऊ और स्केलेबल रूप" के रूप में मान्यता दी गई थी।
आईसेक्ट के अद्वितीय व्यवसाय मॉडल और इसके समर्पित प्रयासों ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर मान्यता और प्रशंसा अर्जित की है। उनमें से उल्लेखनीय हैं श्वाब फाउंडेशन के सोशल एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर अवॉर्ड, सीनियर अशोका फैलोशिप, SKOCH कॉर्पोरेट लीडरशिप अवॉर्ड, नैसकॉम आईटी इनोवेशन अवॉर्ड, इंडियन इनोवेशन अवॉर्ड, नेशनल ई-गवर्नेंस अवॉर्ड में गोल्डन आइकन, i4d अवॉर्ड, नैसकॉम इमर्ज 50 लीडर अवॉर्ड, टीआईई लुमिस एंटरप्रेन्योरियल एक्सीलेंस अवॉर्ड, द मंथन अवॉर्ड साउथ एशिया एंड एशिया पैसिफिक, ई-इंडिया अवॉर्ड, आईटी में एक्सीलेंस के लिए सीएसआई अवॉर्ड, फाइनेंशियल इन्क्लूजन एंड पेमेंट सिस्टम्स (केंट) अवॉर्ड, ईगोव इंडिया अवॉर्ड, नेशनल सीएसआई अवॉर्ड, शिक्षा रत्न अवॉर्ड, एसोचैम राष्ट्रीय शिक्षा उत्कृष्टता पुरस्कार और बिहार इनोवेशन फोरम अवॉर्ड। इसके अलावा, AISECT को इंक इंडिया पत्रिका के 2013 के संस्करण में 'टॉप 500 फास्टेस्ट ग्रोइंग मिड-साइज़्ड कंपनीज़ इन इंडिया' की सूची में 27 वें स्थान पर रखा गया है।
आज भारत कौशल विकास की कमी के कारण कौशल प्रशिक्षण की आवश्यकता पर जोर दे रहा है। उसमें योगदान के लिए, आईसेक्ट ने अगले 10 वर्षों में 1.3 मिलियन उम्मीदवारों को प्रशिक्षित करने के लिए राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) के साथ भागीदारी की है। हमने 11 व्यावसायिक शिक्षा अकादमियों का गठन किया है जो विश्वविद्यालय द्वारा प्रमाणित स्नातक, स्नातकोत्तर, प्रमाणपत्र और डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के माध्यम से कम लागत, उच्च गुणवत्ता वाले शिक्षण की पेशकश करते हैं। साथ ही विभिन्न बी 2 सी सेवाएं जैसे मोबाइल और डीटीएच रिचार्ज, परीक्षा फॉर्म डाउनलोड और सबमिशन, रेलवे टिकट बुकिंग, डेटा एंट्री ऑपरेटर आदि भी आईसेक्ट केंद्रों में प्रदान की जाती हैं।
संस्थान ने अपने परियोजना प्रबंधन प्रभाग के माध्यम से कौशल विकास, क्षमता निर्माण और ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में भी प्रयास शुरू किए हैं जो केंद्र और राज्य सरकारों की विकास की पहल को आगे बढ़ाता है। भारत की एक अग्रणी सेवा केंद्र एजेंसी के रूप में, हमने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और पंजाब में 6,000 कॉमन सर्विस सेंटर (CSCs) स्थापित किए हैं। वित्तीय समावेशन सेवाओं के माध्यम से आईसेक्ट ने ग्रामीण और अर्ध-शहरी भारत में 1,400 से अधिक बैंकिंग कियोस्क स्थापित किए हैं और भारतीय स्टेट बैंक सहित 26 राष्ट्रीयकृत बैंकों के लिए व्यवसाय संवाददाता बन गया है, जिन्होंने पंजाब में मोबाइल एटीएम सेवाओं की शुरुआत की और प्रतिष्ठित बीमा कंपनियों के लिए नवीकरण प्रीमियम संग्रह सेवा की पहल की है।
भारत में ग्रमीण क्षेत्रों के लोगों के लिए नौकरी दिलाने की पहल करने वाले रोजगार मंत्रा पोर्टल के माध्यम से हम छोटे शहर, जिला और ब्लॉक स्तरों पर निजी और सार्वजनिक उद्यमों की प्रवेश स्तर की नौकरी की आवश्यकताओं को पूरा करने की दिशा में काम कर रहे हैं। Eduvantage PRO, किंडरगार्टन से 12 वीं कक्षा तक के छात्रों के लिए एक कम लागत वाला मल्टीमीडिया सोल्यूशन है जो पूरे भारत के हर स्कूल में गुणवत्तापूर्ण इंटरैक्टिव शिक्षा, सुलभ और सस्ती बनाता है। हमारा पोर्टल, www.aisectonline.com कहीं भी, कभी भी अर्ध-शहरी और ग्रामीण भारत में छात्रों के लिए शिक्षा तक पहुँच प्रदान करता है।
हमने उच्च शिक्षा के कई प्रमुख संस्थानो की भी शुरुआत की है जिसमें मध्य भारत के पहले निजी विश्वविद्यालय डॉ. सी.वी. रमन विश्वविद्यालय, कोटा-बिलासपुर छत्तीसगढ़ में, भोपाल के रायसेन जिले में आईसेक्ट विश्वविद्यालय; और भोपाल में SCOPE ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स शामिल हैं। अपनी आकांक्षाओं और लक्ष्यों को आगे बढ़ाते हुए, हम अब अपने उच्च शिक्षा संस्थानों को अनुसंधान के प्रतिष्ठित केंद्रों में विकसित करने की दिशा में काम कर रहे हैं।
इस प्रकार अथक प्रयास के जरिए नवाचार और समावेशिता की दिशा में बढ़कर हम एक सशक्त राष्ट्र के लिए नींव का निर्माण कर रहे हैं।