अन्तरिक्ष में जाने वाले प्रथम जुड़वा भाई
कालीशंकर
अंतरिक्ष में जाने वाले जुड़वा भाइयों के नाम हैं मार्क केली और स्काट केली। मार्क केली 4 बार अन्तरिक्ष यात्रा स्पेस शटल से कर चुके हैं तथा अन्तरिक्ष में कुल 54 दिन का समय गुजार चुके है। इन अन्तरिक्ष यात्राओं में वे दो बार स्पेस शटल के पायलट रहे तथा दो बार स्पेस शटल के कमान्डर थे। स्काट केली 3 बार अन्तरिक्ष की यात्रा कर चुके हैं जिनमें दो अंतरिक्ष यात्राएं उन्होंने स्पेस शटल से की तथा एक अन्तरिक्ष यात्रा रूसी सोयुज अन्तरिक्ष यान से की।
अन्तरिक्ष अन्वेषण एक महान कार्य है तथ इसमें महिला और पुरूष दोनों की ही साझेदारी रही है। अन्तरिक्ष अन्वेषण में अगर प्रथम मानव के रूप में यूरी गगारिन गये तो प्रथम माँ के रूप में अन्ना फिशर गई। प्रथम अन्तरिक्ष पर्यटक के रूप में डेनिस टिटो गये तो प्रथम जुड़वाँ भाइयों के रूप में मार्क केली और स्काट केली गये। इस प्रकार के अनेक दृष्टान्त अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में मिलते हैं। जुड़वाँ भाई अथवा ट्विन्स का विषय हर समय से ही रोचकता एवं कौतूहलता का प्रश्न रहा है। यहाँ पर दो ऐसे ट्विन भाइयों का जिक्र किया गया है जिन्होंने अन्तरिक्ष अन्वेषण की बुलन्दियों को छुआ है तथा अनेक अन्तरिक्ष अभियानों की कमान्ड संभाली है एवं मार्गदर्शन प्रदान किया है। इन ट््िवन भाइयों के नाम हैं मार्क केली और स्काट केली। मार्क केली 4 बार अन्तरिक्ष यात्रा स्पेस शटल से कर चुके हैं तथा अन्तरिक्ष में कुल 54 दिन का समय गुजार चुके हैं। इन अन्तरिक्ष यात्राओं में वे दो बार स्पेस शटल के पायलट रहे तथा दो बार स्पेस शटल के कमान्डर थे। स्काट केली 3 बार अन्तरिक्ष की यात्रा कर चुके हैं जिनमे दो अंतरिक्ष यात्राएं उन्होंने स्पेस शटल से की तथा एक अन्तरिक्ष यात्रा रूसी सोयुज अन्तरिक्ष यान से की। वे स्पेस शटल के पायलट, कमान्डर तथा अन्तर्राष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन अल्फा के कमान्डर रह चुके हैं। स्काट केली ने अन्तरिक्ष में कुल 180 दिन 1 घण्टा का प्रवास किया है। मार्च 2011 में इन दोनों भाइयों का अन्तर्राष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन अल्फा में एक साथ मिलन होना था जिसमें स्काट केली की भूमिका अन्तर्राष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन अल्फा के कमान्डर की थी तथा मार्क केली की भूमिका स्पेस शटल के कमान्डर की थी लेकिन कुछ अपरिहार्य कारणों से टाइमिंग की मैचिंग नहीं सम्भव हुई तथा दो ट्विन भाइयों के अन्तरिक्ष में कमान्डर के रूप में मिलन की ऐतिहासिक घटना सम्भव नहीं हो सकी। यह दूसरी बात है कि उपर्युक्त मिशन सम्पन्न हुए, लेकिन आगेे-पीछे। केली बन्धुओं की अन्तरिक्ष यात्राओं का विवरण सारणी में दिया गया है। केली बन्धुओं का जन्म 21 जनवरी 1964 को न्यू जर्सी के ओरेंज स्थान पर हुआ। दोनों जुड़वा भाई हैं। दोनोें भाइयों में मार्क केली अपने जुड़वॉ भाई स्काट केली से 6 मिनट बडे़ हैं। दोनों भाइयों में एक अन्तर है। स्काट केली क्लीन हैं तथा मार्क केली के मूँछ हैं। केली बन्धुओं के माता पिता सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी हैं।
मार्क केली कीे शादी अमरीकी कांग्रेस महिला गैब्रियेल गिफर्ड्स से हुई तथा उनके दो बच्चे हैं। मार्क के शौकों में साइक्लिंग, गोल्फ और भारोत्तोलन है। मार्क केली ने न्यू जर्सी के वेस्ट औरंेज के माउन्टेन हाईस्कूल से ग्रेजुएशन (1982 में) प्राप्त किया, 1986 में अमरीकी मर्चेन्ट मैरीन एकेडेमी से बैचेलर आफ साइंस की डिग्री तथा 1964 में अमरीकी नेवल पोस्ट ग्रेजुएट स्कूल से मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री प्राप्त की । 1996 में नासा के द्वारा मार्क केली का अन्तरिक्ष यात्री उम्मीदवार के तौर पर चयन हुआ। मार्क केली अब तक तीन बार स्पेस शटल से अन्तरिक्ष यात्राएँ कर चुके हैं। स्पेस शटल उडा़न एस.टी.एस.-108 (वर्ष 2001) में एवं एस.टी.एस.-121 (वर्ष 2006 में) उड़ान में वे पायलट थे तथा एस.टी.एस.-124 (वर्ष 2008 में) एवं एस.टी.एस.-134 (वर्ष 2011 में) उड़ान में वे शटल कमान्डर थे।
स्काट केली ने 1982 में न्यू जर्सी के (वेस्ट ओरंेज स्थित) माउन्टेन हाई स्कूल से ग्रेजुशन प्राप्त किया, 1987 में स्टेट यूनिवर्सिटी आफ न्यूयार्क मैरीटाइम कालेज से विद्युत अभियांत्रिकी में बैचेलर ऑफ साइंस की डिग्री प्राप्त की तथा 1996 में टेनेसी विश्वविद्यालय से वैज्ञानिकी तंत्रों में मास्टर आफ साइंस की डिग्री प्राप्त की। वे विवाहित हैं तथा दो बच्चों के पिता हैं। नासा के द्वारा उनका चयन 1996 में किया गया । वे अब तक दो बार अन्तरिक्ष यात्राएँ पूरी कर चुके हैं। ये दोनों अन्तरिक्ष यात्राएं स्पेस शटलों से सम्पन्न हुईं। प्रथम उड़ान एस टी एस-103 में वे एक पायलट की भूमिका में थे तथा यह उड़ान हब्बल अन्तरिक्ष दूरबीन के रिपेयर के लिए थी। दूसरी उड़ान एस.टी.एस.- 118 में वे स्पेस शटल कमान्डर थे तथा यह उड़ान अन्तर्राष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन अल्फा के लिए थी ।
7 अक्टूबर 2010 को स्काट केली का प्रमोचन ‘सोयुज टी.एम.ए. 01 एम’ अन्तरिक्षयान के द्वारा अन्तरिक्ष स्टेशन अल्फा के स्थायी अन्तरिक्ष यात्री दल-25 के फ्लाईट इंजीनियर के रूप में किया गया तथा 23 नवम्बर 2010 से वे अल्फा अन्तरिक्ष स्टेशन के स्थायी अन्तरिक्ष यात्री दल-26 के कमान्डर बने तथा 16 मार्च 2011 को वे सोयुज ‘टी.एम.ए.01 एम’ अन्तरिक्षयान के द्वारा पृथ्वी पर वापस आये।
स्थायी अन्तरिक्ष यात्री दल 25 और 26 (अल्फा अन्तरिक्ष स्टेशन के लिए)
स्थायी अन्तरिक्ष यात्री दल-25 अल्फा अन्तरिक्ष स्टेशन के लिए 25 वां दीर्घ अवधि वाला मिशन था। इसका प्रारंभ 25 सितम्बर 2010 को हुआ जब सोयुज टी.एम.ए.-18 अंतरिक्षयान अल्फा अंतरिक्ष स्टेशन से अलग (अनडाक) हुआ। तीन नये सदस्य (स्काट केली, अलेेक्जन्डर कैलेरी और ओलेग स्क्रीपोच्का) सोयुज टी.एम.ए.-01 एम अन्तरिक्षयान के द्वारा 7 अक्टूबर 2010 को अल्फा अन्तरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना हुए और उन्होंने अल्फा अन्तरिक्ष स्टेशन में डगलस ह्नीलाक, फ्योडोर यूर्चिरिवन और शैनन वाकर को ज्वाइन किया तथा इनके द्वारा 6 सदस्यीय स्थायी अन्तरिक्ष यात्री दल-25 बना। नासा के अन्तरिक्ष यात्री डगलस ह्नीलाक इसके कमान्डर बने तथा बाकी पाँच अन्तरिक्ष यात्री इसमें फ्लाईट इंजीनियर थे। 23 नवम्बर को ह्नीलाक, वाकर और यूर्चिरिवन के अल्फा स्टेशन से प्रस्थान के बाद स्थायी अन्तरिक्षयान यात्री दल-25 का अस्तित्व समाप्त हुआ तथा स्थायी अन्तरिक्ष यात्री दल-26 बना जिसके कमान्डर स्काट केली बने।
स्थायी अन्तरिक्ष यात्री दल-25 के दौरान प्रोग्रेस ‘एम-08 एम’ कार्गो अन्तरिक्षयान अल्फा अन्तरिक्ष स्टेशन से जुड़ा जिसके द्वारा 2.5 टन आर्पूिर्त अल्फा अन्तरिक्ष स्टेशन में पहुँचाई गई। स्पेस शटल डिस्कवरी की उड़ान संख्या एस टी एस-133 भी इस दौरान अल्फा अन्तरिक्ष स्टेशन में आई और इससे जुड़ी। एक और प्रोग्रेस मालवाहक अन्तरिक्षयान भी स्काट केली की उपस्थिति में अन्तरिक्ष स्टेशन से जुड़ा। इसी दौरान योरप का ‘ए टी वी‘ अन्तरिक्षयान तथा जापान का ‘एच-2’ ट्रान्सफर अन्तरिक्षयान इससे जुड़ा। स्थायी अन्तरिक्ष यात्री दल-26 अल्फा अन्तरिक्ष स्टेशन का अगला मिशन था। यह मिशन 3 अन्तरिक्ष या़ित्रयों के साथ 23 नवम्बर 2010 से प्रारंभ हुआ।
स्पेस शटल की उड़ान एसटीएस-134
शटल उड़ान एसटीएस-134 (अल्फा स्टेशन असेम्बली उड़ान यूएलएफ-6) आखिरी शटल उड़ान के ठीक पहले की पूर्व नियंत्रित उड़ान थी। स्पेस शटल की प्रथम उड़ान 12 अप्रैल 1981 को सम्पन्न हुई। शटल उडा़न एसटीएस-134 के कमान्डर मार्क केली थे जिसका प्रमोचन 16 मई 2011 को किया गया। इस उड़ान के द्वारा ‘अल्फा मैगनेटिक स्पेक्ट्रोमीटर’ और एक एक्सप्रेस लाजिस्टिक्स कैरियर अल्फा अंतरिक्ष स्टेशन में पहुँचाये गये। स्पेस शटल को एसटीएस-134 उड़ान केे बाद रिटायर किये जाने की योजना थी लेकिन अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन अल्फा के अनेक अवयवों के रद्द करने के सन्दर्भ में तथा अल्फा स्टेशन के असेम्बली कार्यों को देखते हुए ‘अमरीकी हाउस ऑफ रिप्रजेन्टेटिव’ ने 19 जून 2008 को एक अतिरिक्त शटल मिशन को अल्फा स्टेशन के लिए वैज्ञानिक परीक्षण उपकरणों को पहुँचाने के लिए मंजूरी दी। यह मिशन 15 दिन की अवधि वाला था। यह मिशन (एसटीएस-134) अल्फा स्टेशन के लिए एक नई ग्लैशियर इकाई ले गया तथा दो इकाइयों को वापस लाया। ग्लैशियर इकाइयाँ एक प्रकार के माड्यूल होते थे जिनमें शटल के अन्दर वैज्ञानिक परीक्षणों के सैम्पल इकट्ठे किये जाते थे और इन्ही माड्यूलों में रखकर वापस पृथ्वी पर लाये जाते थे। स्पेस शटल की उड़ान एसटीएस-134 अमरीकी मानवयुक्त अंतरिक्ष अभियानों की 165वीं उड़ान, स्पेस शटल एन्डयौर की 25 वीं उड़ान, अल्फा अंतरिक्ष स्टेशन के लिए स्पेस शटल की 36वीं उड़ान, स्पेस चैलेंजर की दुर्घटना के बाद की 109 वीं उड़ान तथा कोलम्बिया शटल दुर्घटना के बाद की 21वीं उड़ान थी। इस उड़ान का अंतरिक्ष यात्री दल निम्न था-
1. मार्क केली - कमान्डर (चौथी अंतरिक्ष उड़ान)
2. ग्रेगोरी जान्सन - पायलट (दूसरी अंतरिक्ष उड़ान)
3. माइकल फिंके - मिशन विशेषज्ञ-1 (तीसरी अंतरिक्ष उड़ान)
4. राबर्टो विट्टोरी - मिशन विशेषज्ञ-2 (तीसरी अंतरिक्ष उड़ान)
5. एंड्रयू फ्यूस्टल - मिशन विशेषज्ञ-3 (दूसरी अंतरिक्ष उड़ान)
6. ग्रेगोरी चेमीटाफ - मिशन विशेषज्ञ-4 (दूसरी अंतरिक्ष उड़ान)
स्पेस शटल उड़ान एसटीएस-134 (जो कि स्पेस शटल एन्डयौर की आखिरी और 25वीं उड़ान थी।) अंतरिक्ष में 15 दिन 17 घंण् 39 मिण् 8 से. रहकर तथा 100 लाख कि.मी. की यात्रा करके 1 जून 2011 को पृथ्वी पर वापस आ गई।
पूर्व योजना के अनुसार मार्क केली तथा स्काट केली का क्रमशः स्पेस शटल उड़ान एसटीएस-134 के कमान्डर तथा अन्तर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन अल्फा के स्थायी अन्तरिक्ष यात्री दल 26 के कमान्डर के रूप में मिलन होना था लेकिन कुछ अपरिहार्य कारणों से ऐसा सम्भव नहीं हो सका। लेकिन यह गौरव की बात है कि वे विश्व के प्रथम ट्विन बंधु हैं जिन्होंने (दोनों ने) अंतरिक्ष अन्वेषण की बुलन्दियों को छुआ है। अंतरिक्ष अन्वेषण इतिहास में केली बन्धुओं के पहले ट्विन चार्ली ड्यूक अपोलो 16 के द्वारा अंतरिक्ष में जा चुके थे लेकिन ड्यूक का जुड़वा भाई अंतरिक्ष में कभी नहीं गया। दोनों भाई (केली बंधु) इस बात को ज्यादा अहमियत नहीं देते थे कि दो ट्विन बन्धु अंतरिक्ष में मिलेंगे तथा एक साथ होंगे (जब तिथियों की मैचिंग होने की सम्भावना लग रही थी)। इस सन्दर्भ में अंतरिक्ष में उनके सम्भावित मिलन के सन्दर्भ में तथा सम्बद्ध उड़ान के पहले 29 जुलाई 2010 को नासा ने मार्क और स्काट केली का एक साथ साक्षात्कार लिया। उस साक्षात्कार के कुछ अंश यहाँ पर दिये जा रहे है।
29 जुलाई 2010 को नासा के द्वारा मार्क केली और स्काट केली के एक साथ लिए गये साक्षात्कार के कुछ अंश:
आज हम यहाँ केली बन्धुओं - स्काट केली, स्थाई अंतरिक्ष यात्री दल 25 के फ्लाईट इंजीनियर जो बाद में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के स्थायी अंतरिक्ष यात्री दल-26 के कमान्डर होंगे तथा मार्क केली जो स्पेस शटल एन्डयौर उड़ान एस.टी.एस.- 134 मिशन (जो अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए है) के कमान्डर हैं, के साथ साक्षात्कार के लिए इकट्ठा हुए हैं जो कि एक विशिष्ट क्षण है। आप लोगों का जन्म न्यूजर्सी के वेस्ट ओरेंज में 21 फरवरी 1964 को हुआ। कक्षा में पहुँचने के समय आप दोनों छियालिस वर्ष के होंगे। इसलिए प्रथम प्रश्न है कि चँूकि आप आइडेन्टिकल टिवन्स हैं इसलिए यह बताएँ कि आप दोनों में बड़ा कौन है?
मार्क: वास्तव में हम लोग 47 वर्ष के हो जायेंगे। इसलिए यदि आप 1964 से 2011 तक की गणना करते हैं तो हम लोग प्रमोचन के पहले 47 वर्ष के हो जायेंगे तथा मैं 6 मिनट (स्काट की तुलना ) बड़ा हंूगा।
6 मिनट बड़े और इस तरह आप पहले आये और स्काट आपके बाद, लेकिन यह जरूरी नहीं कि आपका कैरियर भी वैसा ही चले जिसके विषय में हम बाद में बात करेंगे।
मार्क: लेकिन यह बात हम लोग तब तक नहीं जान पाये जब तक कि हम 15.16 वर्ष के नहीं हो गये।
स्काट - हमारे माता-पिता यह नहीं बताना चाहते थे कि कौन बड़ा है और शायद उन्होंने कुछ कारणों से यह सोचा होगा कि यह बताना ठीक नहीं होगा। इसलिए 13-14 वर्ष तक हम लोग यह नहीं जान पाये कि कौन छोटा है।
जुड़वा मानवों (ट्विन्स ) का प्रश्न हर समय से ही लोगों के आकर्षण का केन्द्र रहा है। या तो लोगों को इसकी समझ नहीं है कि टिवन्स क्या होते हैं। मुझे थोड़ा आश्चर्यजनक लगता है यह जानकर कि आप लोगों को क्या ताज्जुब नहीं लगता था कि एक क्लोन आप के साथ स्कूल जाता है।
स्काट: जैसा मैंने पहले कहा कि हम एक दूसरे को भिन्न नहीं लगते थे और वह मेरा क्लोन नहीं है।
मार्क: आपको पता है कि कई बार लोग पूछते हैं, ‘‘तो जुड़वा होना कैसा लगता है?’’ और मेरा स्वाभाविक रेसपान्स होता है ‘‘जुड़वा (ट्विन्स ) न होना कैसा लगता है?’’
जब आप लोग स्कूल में थे तो किसके ग्रेड बेहतर हुआ करते थे तथा कौन बेहतर विद्यार्थी हुआ करता था। (शायद आप लोग इसे स्वीकार न करें।)?
स्काट: कालेज जाने तक निसन्देह वह बहुत अच्छा था। मैं थोड़ा कम गम्भीर प्रकृति का था। मुझे उन चीजों में ज्यादा दिलचस्पी थी जो कक्षा से बाहर की थी।
मार्क: मैंने उसे एक बार भी होमवर्क करते नहीं देखा।
किसनेे पायलट बनने का विचार पहले किया?
स्काट-मुझे याद है कि यह शायद मैं था लेकिन वह कालेज में मुझसे एक साल आगे था इसलिए वह नेवी में पहले गया तथा मुझसे पहले फ्लाई भी किया।
आप में से प्रत्येक जब अंतरिक्ष की कक्षा (आरबिट) में पहली बार गये तो आप में प्रत्येक को पहली बार कैसा महसूस हुआ ?
स्टाक-निश्चित ही जब शटल के ठोस राकेट मोटर प्रज्ज्वलित होते हैं (प्रथम बार) तो ये आप का अत्याधिक ध्यानाकर्षण करते हैं। मेरा कहने का मतलब है कि कोई ऐसी चीज नही है जो आपको उस ऊर्जा की मात्रा के लिए तैयार करती है जिसकेे द्वारा स्पेस शटल अंतरिक्ष की कक्षा में पहुँचती है। आपको पता है कि 75 लाख पौन्ड का प्रणोद एक क्षण मंे प्रभावी होता है?
मार्क-मुझे ‘मैच 15’ की गति की याद (मेरी प्रथम उड़ान का) मेरे मस्तिष्क में बहुत स्पष्ट रूप से है तथा मैंने अपने दाहिने कंधे के ऊपर से खिड़की से नीले ग्रह पृथ्वी का स्पष्ट नजारा पहली बार देखा।
आप अपने भाई (स्काट केली) का प्रमोचन देखने के लिए कज़ाकस्तान के बेकानूर कास्मोड्रोम की यात्रा करने जा रहे हैं। आप को वहाँ कैसा लगेगा, यह जानते हुए कि आखिर में आप उससे अंतरिक्ष में अल्फा अंतरिक्ष स्टेशन के अन्दर मिलने वाले हैं?
मार्क: मैं रूस एक बार गया हूँ और उसका काफी समय हो गया है इसलिए मैं रूसी भाषा की कक्षाएँ अटेन्ड कर रहा हूँ जिससे मैं रूसी भाषा थोड़ी सीख सकूँ।
स्काट: मैं तो सोच रहा था कि तुमने कक्षाएँ छोड़ दी है।
और स्काट आप के लिए यह जानते हुए कि आप का भाई (मार्क ) वहाँ पर है, आप सपोर्ट की दृष्टि से कैसा महसूस करते हैं?
स्काट: अरे यह तो बहुत बड़ी बात होगी। वहाँ (अंतरिक्ष में ) पर हमारे मित्र और परिवारिक सदस्य होंगे। वह (मार्क) वहाँ अंतरिक्ष में हमारा परिवारिक सहायक (फेमिली एस्कार्ट) होगा।
मार्क: यदि वहाँ दुर्घटनावश भी उसको (स्काट) कुछ हो जाता है तथा वह फ्लाई नहीं कर सकता तो उसके पास एक दूसरा बैकअप मौजूद होगा।
क्या आप दोनों का यह सपना था कि आप दोनों शटल मिशन या किसी अन्य मिशन में एक साथ (कैरियर के किसी अन्य बिन्दु पर भी) अंतरिक्ष में जायें?
मार्क: हम इसके विषय में बात कर चुके हैं। हम यहाँ (नासा में ) 14 वर्षों से हैं तथा ऐसा होना बड़ी अच्छी बात होगी। मार्क-एसटीएस - 134 के प्रमोचन की पहली प्रस्तावित तिथि 29 जुलाई थी इसलिए अब तक प्रमोचन और पृथ्वी में लैन्डिग हो चुका होता।
स्काट: लेकिन कैरियर के प्रारम्भ में हम दोनों ही शटल पायलट और कमान्डर रह चुके हैं। इसलिए हम एक शटल मिशन में नहीं जा सकते थे।
अब हम कल्पना करते हैं कि आने वाली फरवरी (2011द्ध में आप दोनों एक साथ अंतरिक्ष में पहुँच गये हैं। जब स्पेस शटल और अल्फा स्टेशन के बीच का हैच खुलेगा तो आपके दिमाग में क्या विचार आयेंगे?
मार्क: ये मिशन जटिल होते हैं तथा आपको पता होना चाहिए कि वहाँ पर अंतरिक्ष में 12 लोग होंगे। हम सभी को एक साथ काम करना होगा।
स्काट: मुझे सहमत होना पड़ेगा। मैं समझता हूँ कि हैच खुलने के बाद एक दूसरे को ग्रीट करने में 5-10 मिनट लगेंगे तथा सुरक्षा ब्रीफिंग के बाद हमें बहुत सारा काम करने के लिए होगा। तब तक अल्फा स्टेशन में रहते हुए हमारे 5 महीने गुजर चुके होंगे।
मैंने कहीं पर पढ़ा है (जिस पर विश्वास करना बड़ा मुश्किल है) कि आप लोगों ने अभी तक आपस में कभी हाथ नहीं मिलाया है?
मार्क: मैं ऐसा नहीं सोचता।
स्काट: हाँ
मार्क: छोटे बच्चे हाथ नहीं मिलाते। जब आप 3 या 4 वर्ष के होते हैं अथवा जैसे मेरे मामले में जब लगभग 15 वर्ष के थे तो हमने कभी हाथ नहीं मिलाया। यह ऐसी चीज है जो हमने कभी नहीं किया।
हाँ, तो स्पेस शटल की अल्फा स्टेशन से डाकिंग के बाद हैच खोल दिया गया है। आप क्या करने जा रहे है। शायद कहें ‘‘हाय । तुम्हें देखकर अच्छा लगा (हाऊ नाइस टू सी यू)’’ और उसके बाद अपने काम पर लग जायें। क्या स्पष्ट है कि आप एक दूसरे से हाथ मिलायेंगे या एक दूसरे को गले लगायेंगे?
मार्क: नहीं, हम कुछ नहीं करेंगे। हम वही करेंगे जो हम करना चाहते हैं। ध्यान दें कि वह (स्काट केली) अल्फा अंतरिक्ष स्टेशन के कमान्डर है। मै स्पेस शटल का कमान्डर हूँ। इस तरह हम इन बातों का ध्यान रखेंगे।
स्काट: मैं भी इसी तरह चलँूगा। मैं इन में से कुछ करूँगा।
अन्य जैविक जाँचों का प्रस्ताव
अमरीकी राष्ट्रपति ओबामा ने 2030 के मध्य के लिए मंगल ग्रह के लिए एक मानव युक्त मिशन का प्रस्ताव दिया है तथा शायद आने वाले भविष्य में यदि हम सौरतंत्र के बाहर जाने की बात करते हैं तो वैज्ञानिक समुदाय यह जानने का प्रयास अवश्य करेगा कि - सूक्ष्म गुरूत्व के प्रभाव को मानव शरीर कितनी देर तक सह पायेगा। इस सन्दर्भ में नासा मार्क केली और स्काट केली पर एक परीक्षण करने जा रहा है। मार्च 2015 में नासा के अन्तरिक्ष यात्री स्काट केली अपनी एक साल की यात्रा अन्तर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन अल्फा के लिए करेंगे तथा साथ ही साथ उनका जुड़वा भाई मार्क केली (जिन्होंने नासा से संन्यास ले लिया है) पृथ्वी पर रहेंगे। नासा के प्रवक्ता के अनुसार इस प्रकार की योजना जुडवाँ भाइयों की ओर से प्रस्तुत की गई है। दोनों जुड़वा भाइयों ने पूर्व में वैज्ञानिकों को काफी आकर्षित किया था जब उन पर (जुड़वा भाइयों पर) काफी परीक्षण किये गये जिसकी थीम थी, ‘प्रकृति और पालन पोषण’ (नेचर और नर्चर ) जिसके अन्तर्गत दोनों जुड़वा भाइयों पर लम्बे अर्से के लिए विलगाव परिस्थिति में विभिन्न पर्यावरण में विभिन्न प्रकार के जैविक परीक्षण किये गये। दोनों जुड़वा भाइयों पर किया जाने वाला परीक्षण यह पता करेगा कि जब अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष की सूक्ष्म गुरुत्व परिस्थिति में लम्बे अर्से का समय गुजारते हैं तो अनुवंाशिकी का क्या प्रभाव होता है। इस मिशन की दूसरी खास बात यह भी हो जायेगी कि जब स्काट केली एक वर्ष का समय अन्तर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में गुजार कर आते हैें तो उनका अन्तरिक्ष प्रवास 560 दिन का हो जायेगा जो एक अमरीकी रिकार्ड होगा।
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